नववर्ष की शुभकामनाएं मित्रों ...काफी देर से दे रहा हूँ ...लेकिन एक बात बताऊँ ......सच्ची शुभकामनाएं एक दम सदाबहार फूलों जैसी होती है...... हमेशा महकने वाली ..... अनंत काल तक
{ये लेख बहुत पहले शेड्यूल किया था}
थोडा वक्त था....तो मैंने सोचा .... क्यों ना अपने ही ब्लॉग का थोडा ओवर व्यू ले लिया जाए ? :)
इस ब्लॉग पर हमें पिछले वर्ष जीवन के लिए फंडे तलाशने की कोशिश की [नीचे दिए लेख लेख प्रकाशन के समय के अनुसार जमें हुए हैं ]
01 सबसे पहले थोडा जीवन दर्शन
रेलवे स्टेशन और जीवन की घटनाओं में कितनी समानताएं होती है सोचा है कभी ? :)
http://my2010ideas.blogspot.com/2010/04/blog-post_04.html
02 फिर थोडा एंगल बदल के सोचते हैं सारथि और साइकोजिस्ट
कार्तिक प्लीज काल श्री कृष्ण
http://my2010ideas.blogspot.com/2010/03/blog-post_13.html
03 लघुकथा.......
अबे ओये मैं वापिछ आ दया
http://my2010ideas.blogspot.com/2010/06/blog-post_07.html
04 थोडा टोलीवुड चलते हैं
फिल्म समीक्षा : मेगाधीरा [चुने हुए दृश्यों के साथ ]
http://my2010ideas.blogspot.com/2010/08/blog-post_29.html
05 कमोड चर्चा बचाए बीमारियों का खर्चा
http://my2010ideas.blogspot.com/2010/09/blog-post_19.html
कमोड सिर्फ बीमार और वृद्दों के लिए मददगार है तो साथ ही बच्चों के लिए बीमारी और वृदावस्था को बुलावा तो नहीं ?
06 कोई भी जोक सुनने सुनाने से पहले ये ध्यान में रखें
वो नहीं कहते तो क्या हुआ
http://my2010ideas.blogspot.com/2010/10/blog-post_03.html
07 सीता माँ की बेटियों को आवाज जरूर सुने ...
http://my2010ideas.blogspot.com/2010/09/blog-post_26.html
08 "इन्सल्ट" से ना भूलें "इंसानियत" इसका "इलाज" आज करते हैं "इजाद" "इतिहास" को लेकर साथ
http://my2010ideas.blogspot.com/2010/10/blog-post_10.html
09
शाकाहार या मांसाहार ........ वैज्ञानिक रिपोर्ट .......[कमेन्ट जरूर पढ़ें]
http://my2010ideas.blogspot.com/2010/11/veg-vs-non-veg.html
10 नाक छिदवाना क्या जरूरी है ? एक वैज्ञानिक पड़ताल
http://my2010ideas.blogspot.com/2010/11/blog-post_25.html
11 पुनर्जन्म होता है क्या ? ..... एक वैज्ञानिक पड़ताल
http://my2010ideas.blogspot.com/2010/12/scientific-evidence-reincarnation.html
तो मित्रों जिस तरह बचपन में जो मेथ्स पढ़ते हैं वो आजीवन काम आती है उसी तरह लाइफ के फंडे आजीवन साथ रहते हैं, मन धोखा दे सकता है, मस्तिष्क गलत निर्णय ले सकता है पर फंडा हमेशा साथ दे सकता है
आस्तिक मित्र फंडे का अर्थ संस्कार से लें .
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अच्छा .....अब थोडा भक्ति रस .......
राम का नाम झूम कर लो , नाच कर लो पर लो तो सही
मस्ती टाइम में .......
http://www.youtube.com/watch?v=yEVrlgfYjDA&feature=player_embedded
हे दीन बन्धु हे करुणा सिन्धु ........
http://www.youtube.com/watch?v=-I7Kgt88PSY&feature=player_embedded
भक्ति ही उत्साह है .... उत्सव है ..ऊर्जा है
http://www.youtube.com/watch?feature=player_embedded&v=uR3Tb5eGvrg
शांति के लिए ः राम और राम नाम के महत्व को हजारों बार प्रमाणित किया जा चुका है, लेकिन मूढ़ बुद्धि ‘रहस्य’ को नहीं मानती। कुछ शब्द ऐसे होते हैं जिनको सुनने या कहने से हमारे दिमाग में उत्तेजना, निराशा, क्रोध या अन्य तरह के नकारात्मक भाव उत्पन्न होते हैं। लेकिन कुछ शब्द ऐसे होते हैं जिनको सुनने मात्र से मन शांत और निश्चल हो जाता है। यह सभी जानते हैं कि अच्छा संगीत हमारे शरीर, मन और मस्तिष्क सभी को स्वस्थ और प्रसन्न रखने की ताकत रखता है।
http://www.virarjun.com/DisplayNews.aspx?newsid=10310&news=%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%20%E0%A4%B8%E0%A5%87%20%E0%A4%AD%E0%A5%80%20%E0%A4%AC%E0%A4%B2%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%80%20%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%20%E0%A4%95%E0%A4%BE%20%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%AE%20%E0%A4%B9%E0%A5%88
my culture ...
http://www.youtube.com/watch?feature=player_embedded&v=J3cl-oZ_UW8
हमारे देश के युवा भी एक दिन भारत के दिए इन यूनिवर्सल फंडों को जरूर समझेंगे एक दिन और जो सिर्फ जबानी जमाखर्च कर रहे हैं वे पालन भी करेंगे .......यही उम्मीद है यही विश्वास है .